Farhan Ahmed Created History: सरे काउंटी क्रिकेट क्लब (Surrey County Cricket Club) के युवा स्पिन गेंदबाज फरहान अहमद (Farhan Ahmed) ने अपनी शानदार गेंदबाजी से क्रिकेट जगत में एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। महज 16 साल की उम्र में उन्होंने एक फर्स्ट क्लास मैच में 10 विकेट झटककर 159 साल पुराने रिकॉर्ड को ध्वस्त कर दिया है।
डब्ल्यूजी ग्रेस (WG Grace) का रिकॉर्ड टूटा
फरहान अहमद ने नॉटिंघमशायर (Nottinghamshire) के खिलाफ खेले गए मैच में पहली पारी में 7 और दूसरी पारी में 3 विकेट लेकर कुल 10 विकेट अपने नाम किए। इससे पहले यह रिकॉर्ड क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी डब्ल्यूजी ग्रेस (WG Grace) के नाम था, जिन्होंने जून 1865 में 16 साल 340 दिन की उम्र में यह उपलब्धि हासिल की थी।
इंग्लैंड के लेग स्पिनर रेहान अहमद (Rehan Ahmed) के भाई
फरहान अहमद का जन्म 22 फरवरी 2008 को नॉटिंघम (Nottingham) में हुआ था। वह इंग्लैंड के लेग स्पिनर रेहान अहमद (Rehan Ahmed) के छोटे भाई हैं। फरहान ने इस मैच में पहली पारी में 7 विकेट लेकर काउंटी क्रिकेट में सबसे कम उम्र में 5 विकेट लेने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया।
- हैरी ब्रूक ने तोड़ा बड़ा रेकॉर्ड, क्या आप जानते हैं कैसे बनाए 2000 रन सबसे कम गेंदों में?
- ऋषभ पंत के बाद दिल्ली कैपिटल्स का कप्तान कौन? अक्षर पटेल या कोई और? इसको लेकर सह-मालिक पार्थ जिंदल ने दिया बड़ा बयान.
- इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया: इंग्लैंड टीम ने किया वनडे और टी20 स्क्वॉड का ऐलान, फिल साल्ट को मिली टी20 टीम की कप्तानी.
- अक्षर पटेल की विस्फोटक पारी से उबरी इंडिया डी, 6 चौकों और 6 छक्कों की मदद से खेली 86 रन की पारी, देखें वीडियो.
- टेस्ट क्रिकेट, टीवी राइट्स और स्टेडियम की तैयारी में पाकिस्तान की लगातार विफलता पर सवाल उठ रहे है, जानिए.
मैच ड्रॉ पर छोड़ा गया
इस मैच में सरे ने पहले बल्लेबाजी करते हुए रोरी बर्न्स (Rory Burns) और सई सुदर्शन (Sai Sudarshan) के शतकों की मदद से पहली पारी में 525 रन बनाए। जवाब में नॉटिंघमशायर की टीम 405 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। सरे ने दूसरी पारी 9 विकेट पर 177 रन बनाकर घोषित कर दी और नॉटिंघमशायर को 298 रनों का लक्ष्य दिया। हालांकि, नॉटिंघमशायर ने दूसरी पारी में बिना कोई विकेट गंवाए 121 रन बनाए और मैच ड्रॉ पर छोड़ा गया।
फरहान अहमद के इस ऐतिहासिक प्रदर्शन ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि क्रिकेट में उम्र सिर्फ एक संख्या है और प्रतिभा किसी भी उम्र में खिलाड़ी को सफलता दिला सकती है।