आईसीसी विश्व कप 2023 के 38वें मैच में श्रीलंका और बांग्लादेश की टीमें आमने-सामने थीं। इस मैच के दौरान श्रीलंकाई बल्लेबाज एंजेलो मैथ्यूज को बांग्लादेश के कप्तान शाकिब अल हसन ने टाइम आउट करा दिया। इससे क्रिकेट जगत में काफी बवाल हो गया।
गौतम गंभीर ने की आलोचना
भारतीय क्रिकेटर के पूर्व बल्लेबाज गौतम गंभीर ने शाकिब के इस कदम की आलोचना की। उन्होंने इसे शर्मनाक बताया। हालांकि शाकिब ने महज आईसीसी के नियमों का पालन किया था।
Absolutely pathetic what happened in Delhi today! #AngeloMathews
— Gautam Gambhir (@GautamGambhir) November 6, 2023
शाकिब ने नियमों का पालन किया
दरअसल, मैथ्यूज क्रीज पर आने में 2 मिनट से अधिक समय ले रहे थे। आईसीसी के नियमों के अनुसार अगले बल्लेबाज को पिछले बल्लेबाज के आउट होने के 2 मिनट के अंदर तैयार होकर खेल शुरू करना होता है।
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मैथ्यूज नियम तोड़ रहे थे
मैथ्यूज का हेल्मेट टूट गया था, इसलिए वह नया हेल्मेट लेने के लिए वक्त ले रहे थे। लेकिन यह नियमों का उल्लंघन था। शाकिब ने इस उल्लंघन को देखते हुए टाइम आउट की अपील की।
शाकिब पर टीका-टिप्पणी अनुचित
शाकिब ने महज अपना फर्ज निभाया और नियमों का पालन करवाया। ऐसे में उनकी आलोचना करना उचित नहीं है। क्रिकेट खेल के नियम हैं और सभी को उनका पालन करना चाहिए।
नियम सभी के लिए बराबर हैं
टीमों, खिलाड़ियों या मैचों के आधार पर नियमों में छूट नहीं दी जा सकती। नियम एक समान हैं और उनका उल्लंघन होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई होनी चाहिए। शाकिब ने ठीक ही किया।
शाकिब का कदम सराहनीय
शाकिब के इस कदम से यह संदेश गया कि कोई भी खिलाड़ी नियमों से ऊपर नहीं है। उन्होंने खेल भावना का परिचय दिया और नियमों का सम्मान किया। यह कदम सराहनीय है। आलोचकों को इस बात को समझना चाहिए कि शाकिब ने जो कुछ भी किया वह नियमों के अनुसार था। उन्हें इस मामले में टीका-टिप्पणी से बचना चाहिए।