भारत का दबदबा एक बार फिर से कैरेबियाई टीम पर कायम है. क्योकि भारत और वेस्टइंडीज के बीच खेले गए तीसरे और अंतिम वनडे मैच में भारतीय टीम ने 200 रनों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की. ब्रायन लारा स्टेडियम में खेले गए तीसरे और अंतिम मुकाबले में विराट कोहली प्लेइंग 11 का हिस्सा नही थे.
जिसके बाद संजू सैमसन को टीम में शामिल किया गया था. दूसरे वनडे मुकबले में तो संजू कुछ खास नही कर पाए थे. लेकिन सीरिज के तीसरे और अंतिम वनडे मुकाबले में इस खिलाड़ी का बल्ला खूब गरजा. जिसके चलते चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए विडिज के खिलाफ अर्धशतकीय पारी खेली.
संजू सैमसन ने 41 गेंदों का सामना करते हुए 51 रनों की बहुत ही महत्वपूर्ण पारी खेली. इस पारी के दौरान संजू के बल्ले से 2 चौके और 4 गगनचुंबी छक्के भी देखने को मिले. इस जीत और पारी के बाद संजू ने भारतीय क्रिकेटर होने के नाते चुनौतियों को लेकर बड़ा बयान दिया है.
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भारतीय टीम और अपने देश के लिए रन बनाना बेहतरीन
वेस्ट इंडीज के खिलाफ तीसरे वनडे मुकबले में एक अच्छी पारी खेलने के बाद संजू सैमसन ने होस्ट ब्रॉडकास्टर्स से बात करते हुए कहा, “मैदान पर खेल के दौरान कुछ समय बिताना, अपनी टीम के लिए रन बनाना और अपने देश के लिए अपनी काबिलयत के दम पर अपना योगदान देना वास्तव में बहुत अच्छा महसूस होता है.
मेरे मन में हर खिलाड़ी को लेकर अलग-अलग योजना थीं की किस खिलाड़ी या गेंदबाज के खिलाफ किस प्रकार से खेलना है. इसलिए मैं अपने फुटवर्क का इस्तेमाल करना चाहता था और गेंदबाजों की लेंथ पर हावी होना चाहता था. जिसके चलते मै एक अच्छी पारी खेलने में कामयाब हो पाया.
सैमसन ने कहा भारतीय क्रिकेटर होना बहुत बड़ी चुनौती
सैमसनने आगे अपना बयान देते हुए कहा की भारतीय क्रिकेटर होना बहुत बड़ी चुनौती होती है. मैंने पिछले 8-9 सालो से बहुत ज्यादा घरेलू क्रिकेट खेला है. इसके साथ-साथ भारतीय टीम की तरफ से विदेश में और घरेलू सरजमीं पर क्रिकेट खेलने का अवसर प्राप्त हुआ है.
इसलिए आपको जब भी खेलने का मौका मिले तो अलग-अलग पोजिशन्स पर खेलने का आपको हुनर मिलता है की किस स्थिति में किस प्रकार की बल्लेबाजी करनी चाहिए. यह आपको मिलने वाले ओवरों की संख्या है बारे में है, न कि बल्लेबाजी की पोजिशन के बारे में.इसलिए आपको जब भी टीम में किस भी स्थान पर खेलने का मौका मिले तो उसी के अनुसार तैयारी करनी चाहिए.