एमएस धोनी ने 3 साल बाद संन्यास पर तोड़ी चुप्पी, कहा- वो भारतीय टीम के लिए खेलने का मेरा आखिरी दिन था

advertisement

एमएस धोनी ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के तीन साल बाद अपनी रिटायरमेंट की योजनाओं के बारे में खुलकर बात की। पूर्व भारतीय कप्तान ने बताया कि अंदर ही अंदर उन्होंने 2019 के विश्व कप में न्यूज़ीलैंड के खिलाफ हारने के बाद ही सेवानिवृत्त होने का निर्णय ले लिया था। हालाँकि, उन्होंने 15 अगस्त 2020 तक इसकी औपचारिक घोषणा नहीं की।

धोनी ने कहा कि जब भारत ने उस अत्यंत महत्वपूर्ण मैच में बहुत कम अंतर से हार गया, तो उनके लिए यह भावनात्मक क्षण था। वे भारत को एक और विश्व कप फ़ाइनल में ले जाने के करीब आकर भावुक हो गए थे।

उन्होंने महसूस किया कि आंतरिक रूप से उनका भारत का प्रतिनिधित्व करने का सफर उसी दिन समाप्त हो गया था। हालांकि, धोनी ने इन भावनाओं को निजी रखा और टीम के माहौल को इससे प्रभावित नहीं होने दिया। वे अंत तक खेल पर ध्यान केंद्रित रखना चाहते थे।

इस लेजेंडरी क्रिकेटर ने अपने करियर में बार-बार अद्भुत मानसिक दृढ़ता का प्रदर्शन किया है। उन्होंने बार-बार अरबों भारतीय प्रशंसकों की उम्मीदों और अपेक्षाओं का सामना किया है।

धोनी जैसा शांत व्यवहार और इस्पात का संकल्प प्रदर्शित करना सबसे कठिन परिस्थितियों में भी प्रेरणादायक है। वे निसंदेह खेल के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों और फिनिशरों में से एक हैं।

धोनी की उपलब्धियाँ वास्तव में ऐतिहासिक हैं – टी20 विश्व कप, वनडे विश्व कप और चैंपियंस ट्रॉफी जीतने वाले वह इकलौते कप्तान हैं। विकेटकीपर बल्लेबाज और रणनीतिक नेता के रूप में उनके रिकॉर्ड और आँकड़े उनकी प्रतिभा के बारे में बहुत कुछ बताते हैं।

एमएस धोनी ने 3 साल बाद संन्यास पर तोड़ी चुप्पी

जबकि 2019 विश्व कप से बाहर होने पर धोनी को निराशा हुई, उन्होंने इस भावना को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया।

उन्होंने कप्तान के रूप में अपने कर्तव्यों को पेशेवर रूप से पूरा करने पर ध्यान केंद्रित किया। यह उनकी खेल भावना, प्रतिबद्धता और परिपक्वता को दर्शाता है। धोनी का अनुभव और मार्गदर्शन हार से निपटने में टीम के लिए बहुमूल्य था।

धोनी ने बहुत से खिलाड़ियों के लिए प्रेरणास्रोत और आदर्श है। उनका करियर दर्शाता है कि धैर्य, शांति और आत्मविश्वास से लंबे समय तक आप क्रिकेट में अपनी छवि छोड़ सकते है.

अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में 16 साल के करियर में धोनी ने जिस संयम और गरिमा के साथ खुद को संभाला है, वह सराहनीय है। उनकी कहानी और उपलब्धियाँ आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत है.

Share kare!
Sandeep Suthar
Sandeep Suthar

I am Co-Founder of Trueguess.com. I am Capable to run Online Business and Now running Trueguess.com as Senior Editor.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *